इस दुनिया में कैंसर एक ऐसी बीमारी पैदा हुई है जिसका सही इलाज अभी तक किसी डॉक्टरों को भी नहीं पता चला,जिसका परिणाम सिर्फ मौत है ।कुछ अध्ययन से पता चला है के कैंसर की बीमारी होना लोगों के खान-पान और रहने -सहने पर निर्भर करती है। लेकिन इस बात से अभी तक लोग अज्ञात है।
कैंसर बीमारी को तीन नामों से भी जाना जाता है- रसौली, फोड़ा,सूजन। यह रोग इंसान के शरीर में अपने आप से बनना शुरू हो जाता है। इस का विकास असामान्य कोशिकाओं से जो शरीर में अवज्ञा रूप से विभाजित होते और शरीर के सामान्य ऊतक
को घुसपैठ व ख़त्म करने की क्षमता रखते है। इसके अतिरिक्त कैंसर पूरे शरीर में भी फ़ैल सकता है इसीलिए इसको दूसरी अग्रणी मोत का कारण काहा गया है।
यह असामान्य कोशिकाओं तब बनने शुरू होते है जब पहले से विद्यमान बनी कोशिकाए पुराणी व ख़त्म होकर नया रूप धारण करने के बजाए इस प्रक्रिया को तोड़कर व असामान्य और क्षतिग्रस्त कोशिकाए का उगना और गुणा करके ऊतक
की गांठ( फोड़ा) बना देता है। यह फोड़ा कैंसर का कारण भी बन सकता है।
कैंसर का परिवार में उत्तीर्ण होना कुछ हद तक वंशानुगत नहीं होता लेकिन अगर यह मादा अंडा या शुक्राणु में उपस्थित हो तो अगली संतान में होने का डर होता है।
कैंसर का होना अंदरूनी DNA (डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड)कोशिका के परिवर्तन की वजह भी हो सकती है।
कैंसर कोशिका व सामान्य कोशिका में क्या अंतर ?
कैंसर कोशिका शरीर के आस – पास के ऊतक में आक्रमण होकर, शरीर के दूसरे अंगों में फैल जाते है वही दूसरी ओर सामान्य कोशिका अपने आप को विभाजित करने से रोक देती जब कोई और कोशिका उसे छूए। इसके अलावा यह दूसरे अंगों को परेशान नहीं करते।
कैंसर को कोशिकाओं की बीमारी भी कहा जाता है जो शरीर में कहीं भी हो सकता है। कुछ आम जगह जहां यह शुरू होता- त्वचा, स्तन, फेफड़े, पौरुष ग्रंथि। जिससे
दिमाग, हड्डियां आदि को प्रभाव पड़ता है।
कैंसर को पता लगाने के लिए डॉक्टर मरीज के ब्लड टेस्ट, स्कैन और जरूरत हो तो प्रक्रिया शुरू करते है।फिर कैंसर की स्टेज (१-४ ) के मुताबिक मरीज की कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी होती है।
कैंसर होने का डर किसी को भी हो सकता है और कोई भी उम्र से हो सकता है। तो अपने आप को इस बीमारी से बचाने के लिए आप अपने खानपान में बदलाव लाए और कुछ नीचे बताइए चीजें खानी शुरू करें:-
- हल्दी- कच्ची हल्दी एक जाना-पहचाना मसाला जो अनेक बिमारिओं को जड़ से खत्म करता है। इसको ऐसा रासायनिक कहते है जो कैंसर का विरोधी है।
- नट्स- इसको खाने से कैंसर होने का नतीजा कम हो जाता है जिसे शरीर की हड्डियां व मजबूत रहता है।
- मशरूम- किसी भी प्रकार के खाने से शरीर को कैंसर से बचाते।
- ब्रोकली- इसमें एक सल्फोराफेन होता है(पौधे के यौगिक) जो कैंसर को दूर रखते है।
- मच्छी- इसे खाने से पाचन नाल के कैंसर से बच सकते हो।
- लहसुन- एलिसिन नाम का तत्व इसमें होता है जो कैंसर कोशिका को खत्म करता है।
- टमाटर- लाइकोपीन नाम का तत्व इसमें जो टमाटर के लाल रंग व कैंसर खात्मे के लिए होता।
- सन का बीज- ज्यादा फाइबर होने से हार्ट के लिए अच्छा व कैंसर को रोकने के लिए।
- साइट्रस फल – नींबू , चकोतरा, संतरे आदि खाने से कैंसर दूर।
- दालचीनी- जिसे खाने से ब्लड शुगर कम व सूजन को आराम।
एवोकैडो , फलियां, सूरजमुखी, अलसी, तिल और कद्दू के बीज जैसे खाद्य पदार्थ खाने से आपको कैंसर के खतरे से लड़ने में मदद मिल सकती है।