आमतौर पर पीरियड्स आने के 10 से 16 बाद महिलाओं के शरीर में ओवुलेशन की प्रक्रिया शुरू होती है, जिसके आस-पास महिलाएं सबसे अधिक उपजाऊ होती है | हालांकि यह बात हर महिला में लागू नहीं करता, क्योंकि हर महिला का मासिक धर्म चक्र सबसे अलग होता है | उदाहरण के तौर बात करें, जिन महिलाओं का मासिक धर्म चक्र 28 दिनों तक का होता है, वह पीरियड्स के 14वां दिन प्रजनन के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है और जिन महिलाओं का मासिक धर्म चक्र छोटा होता है या फिर ओवुलेशन समय से पहले होता है, तो उनमें मासिक धर्म खत्म होने के बाद ही गर्भवती होने की संभावना हो सकती है |
यूनियन सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर रितु चौधरी का यह कहना है की पीरियड्स का सीधा संबंध प्रेगनेंसी के साथ होता है | जब भी किसी महिला के पीरियड मिस हो जाते है तो उनको यह लगता है कि कहीं वह प्रेग्नेंट तो नहीं हो गए, लेकिन हर मामलों में ऐसा नहीं होता | इसलिए प्रत्येक महिला के लिए यह जानना बेहद ज़रूरी है की पीरियड खत्म होने के कितने दिन बाद गर्भ ठहरता है, उससे पहले आइये जान लेते है की पीरियड्स का सीधा संबंध प्रेगनेंसी के साथ कैसे होता है :-
जब भी एक लड़की अपने किशोर अवस्था में पहुंच जाती है तो उसका शरीर खुद से ही प्रेगनेंसी के लिए तैयार करने लग जाता है, जिसका पहला चरण ही पीरियड्स होता है | फिर पेरोइड्स के बाद महिला की ओवरी में अंडे परिपक्व होकर रिहा होना लग जाते है, जिससे मेडिकल टर्म में ओवुलेशन कहा जाता है | अब अगर बात करें की पीरियड्स के कितने दिनों बाद अंडे रिहा होते है तो जिन महिलाओं का मासिक धर्म 28 दिनों तक का होता है तो उनमें 7-14 दिनों पहले ही ओवुलेशन की प्रक्रिया शुरू हो जाती है |
जब यह अंडा ओवरी से रिहा होकर फैलोपियन ट्यूब में चला जाता है, फिर यहाँ यह अंडा स्पर्म के साथ संयोजन करता है | अंडे और स्पर्म के संयोजन को फर्टीलाइज़ेशन या फिर निषेचन भी कहा जाता है | निषेचन के बाद महिला में गर्भ ठहर जाता है और उनमें प्रेगनेंसी की प्रक्रिया शुरू हो जाती है |
इस दौरान एक बात ध्यान देने वाली होती है की फैलोपियन ट्यूब में अंडा लगभग 24 घंटे तक जीवित रहता है और स्पर्म लगभग 5-7 दिनों तक जीवित रहते है | इसलिए इसी समय के दौरान अंडो और स्पर्म को आपसी निषेचन प्रक्रिया को पूरा करना होता है | यदि इस दौरान यह निषेचन की प्रक्रिया को पूरा करने में असफल हो जाते है तो इससे अंडा नष्ट हो जाता है और यह ब्लीडिंग के रूप में यौनि से बाहर निकल जाता है, जो किसी महिला में को तीन, तो किसी महिला में पांच दिन तक रहती है | ज्यादातर लोगों को यह लगता है की पीरियड्स के दौरान यौन संबंध बनाने से गर्भ ठहर जाता है, लेकिन यह बिल्कुल भी सच नहीं है |
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यदि आप मासिक धर्म से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या से जूझ रहे है तो इलाज के लिए आप यूनियन सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल से परामर्श कर सकते है, इस संस्था से सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर रितु चौधरी ऑब्स्टेट्रिक्स और गायनेकोलॉजिस्ट में स्पेशलिस्ट है, जो इस समस्या का इलाज कर, इससे छुटकारा दिलाने में आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकते है |